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दक्षिण भारत के अंतिम छोर तक

*दक्षिण भारत के अंतिम छोर तक।*

एक राह रुक गयी तो और जुड गयी
मैं मुड़ा तो साथ-साथ राह मुड़ गयी
हवा के परों पर मेरा आशियाना
मुसाफिर हूँ यारों...

हुआ कुछ ऐसा ही घुमक्कड़ी मन पिछले 15 दिनों से इसी फिराक में था कि कही से बुलावा आये और एक बहाना मिले और हम निकल पड़े अपनी एक और यात्रा पर। खैर अभी 30 मई को सपरिवार नेपाल की यात्रा कर के आये थे तो इस बार श्रीमती जी का भय नही था क्योंकि उनका कोटा पूरा हो गया था। बस अब जगह की तलाश कर निकल पड़ना था।
गूगल बाबा का सहारा लेकर काफी खोजबीन के बाद दक्षिण भारत की यात्रा का विचार बनाया।
यात्रा का शुभआरंभ बैंगलोर से करते हुए कन्याकुमारी तक और वापसी में हैदराबाद होते हुए श्रीशैलम तक।
कई दिनों से मामा जी भी बैंगलोर आने का निमंत्रण दे रहे थे। इसलिए इस बार उन्हें ही फ़ोन लगाया और बोल दिया कि आप भी छुट्टी ले लो हम पूरे 10-12 दिन के लिए आ रहे है और हमारा  पूरा दक्षिण भारत देखने का विचार है।
इधर मित्र मणि जी को भी तैयार किया और बैंगलोर की हवाई यात्रा की तिथि 18 जून निश्चित हो गया।
चुकी हमारी फ्लाइट सुबह 6 बजे ही थी अतः हमने 17 की रात में ही घर से निकलने का प्लान बनाया।
सायं8:30 पर बस में बैठे और अपने दक्षिण भारत की यात्रा की सपनो में खो गए। हम दोनों लोगो के लिए दक्षिण भारत एक अनजान जगह थी जिसके बारे में सिर्फ सुना था। चेन्नई एक्सप्रेस की तस्वीरों को जोड़कर मन मे दक्षिणी क्षेत्र के चित्र बना रहे थे। यही सब सोचते सोचते सुबह 3:30 पर लखनऊ एयरपोर्ट पहुच गए। मणि जी जिनकी यह पहली हवाई यात्रा थी काफी उत्साहित थे उनका फ़ोटो सेसन सुरु हो चुका था । एयरपोर्ट के बाहर से ही 8-10 फ़ोटो लेने के बाद एयरपोर्ट में दाखिल हुए और समान जमा करा के फिर सुरु हो गए। एक यहां, एक वहां, एक जहाज के साथ,  एक जहाज के पास इसी तरह समय बीत गया और हम फ्लाइट के अंदर आ गए।
सुबह6:00 बजे जहाज उड़ा और हम आसमान में बादलो के ऊपर आ गए अब नीचे बादल ऐसे लगते थे जैसे tv सीरियल में स्वर्ग में उड़ता हुआ धुंए का फर्श।
8:15 बजे दक्षिण भारत के एक शहर बैंगलोर पर हमारे कदम पड़े और ठंडी हवा के एक झोंके ने हमे हिला दिया। 2 ही घंटे में सीधे 35 डिग्री तापमान से अब हम 19 डिग्री तापमान में थे। मामा जी एयरपोर्ट पहुचने वाले थे। हम बाहर निकले और मामा जी के बताए नियत स्थान पर खड़े हो गए। कुछ ही देर बाद मामा जी आ गए और हम उनकी कार में सवार हो गए और निकल पड़े बैंगलोर शहर की यात्रा पर।

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