Skip to main content

Posts

Showing posts from 2021

दोस्ती......

 इश्क़ उगते सूरज की तरह सुर्ख लाल, दोस्ती ढलते शाम का ठहराव। इश्क़ is candle light dinner, moonlit works, बाहों का सहारा etc etc.... और दोस्ती एक दनदनाती रेस जिसमे एक अगर गिरे तो दूसरा हाथ पकड़ कर उठाता तो है पर उठाने से पहले ताली बजाकर हसता भी जरूर है। ऐसा ही कुछ कहती थी वो उसके लिए दोस्ती इश्क़ से बढ़कर थी और ना चाहते हुए भी उसकी बातो को agree करता रहता था मै bcoz I'm in love with her... और ये तो पूरी दुनिया को पता है इश्क में conditions नहीं होते। हम बातें करते, चैट के लिए हमने फेसबुक, व्हाटसएप, इंस्टाग्राम कुछ भी नहीं छोड़ा, लेकिन लेकिन अब ये दिल मांगे more, और इसीलिए हमारी ख्वाइश भी बढ़ चली थी अब हम एक दूसरे से मिलने की जिद करने लगे और हमने finally एक अच्छे से रेस्त्रां में dinner का प्लान बनाया। प्लान तो बन गया पर प्लान बनने के बाद मेरा नर्वसनेस सातवें आसमान पर था। क्या पहनना है कैसे दिखना है आफ्टरऑल ये मेरा पहला एक्सपीरियंस था और मुझे इसका एबीसीडी भी नहीं आता था। फाइनल डेट के एक दिन पहले की शाम को ही मैंने सारे चेक लिस्ट मार्क कर लिए ड्रेस done, वॉच done, शूज done, शेविंग do