Skip to main content

मेरी दास्तान …

 तो,


 तुम्हारे लिए अब लिखना नहीं है मुझे ,

तुम्हारे नाम तक के साथ अब दिखना नहीं है मुझे ।

जितना आम होके मैं तुम्हें मिला था ना ..

उतना आसानी से इश्क़ में अब बिकना नहीं है मुझे ।


पर मैं मेरी दास्तान लिखूँगा ,

इस बार ख़ुद को मोहब्बत और तुम्हें अनजान लिखूँगा ।

तुम्हें सँवारते सँवारते जो हाल हुआ है ,

मैं हो जाऊँगा आबाद भी पर पहले बरबाद लिखूँगा ।

इतना इश्क़ कर दिया था तुझसे मैंने कि ख़ुद में ख़ाली हो गया था ,

इतना मोहब्बत जुनून सुकून था मुझमें कि जब तक बिछड़ा मेरा रूह तक काला हो गया था ।

इतना कैसे मार दिया तुमने किसी को मोहब्बत में , 

इतना बुरी तरह कैसे हार दिया मैंने ख़ुद को मोहब्बत में ,

ख़ुद को एक घंटे भी नहीं दिए मैंने , 

तुम्हारे लिए तुम्हें सोमवार से इतवार दिया मैंने मोहब्बत में ।


खैर जाओ तुम,

खैर जाओ अब तुम ,

जाओ तुम्हारे रुकने का वक्त अब खत्म हो गया है ,

जो खरोंच लगा लगा कर गया था कोई, तुमने ऐसे छुवा है की जख्म हो गया है ।

तुमने जाते जाते जलाया है एक एक कतरा मोहब्बत का ,

वापस आने की जरूरत नही है 

यादें जला दी है मैंने ,

अब सब भस्म हो गया है ।




Comments

Popular posts from this blog

मेरी कहानी का अंत

 कभी किसी को जाने दिया है? जबकि तुमने उसके साथ अपनी Best जिंदगी देख ली थी l उसके बाद तुम नॉर्मल नहीं हो पाते कभी उन यादों को हमेशा साथ लेकर चलते हो और शांत हो जाते हो काफी l खुद को खुश करने की कोशिश करते हो पर सच बताना खुश हो पाते हो कभी ? तुम जाने तो देते हो उसको पर तुममें से वो क्या जाता है कभी ? खैर छोड़ो पता नहीं तुम समझ पाओगे भी या नहीं l आज इन सब बातों का जवाब देने से पहले कुछ बातें जान तो लें l हम मिले हममें बातें हुई बातें बढ़ी और और बातें होते होते तुम्हीं ने मुझे सामने से Proposal दिया मैने Accept किया l और फिर हम बहुत सीरियस हो गए l शहर में एक साथ घूमते घूमते सारा जहां एक साथ घुमाने की बातें सोचने लगे l और तुम, तुम पागल तो कभी कभी shoping भी ऐसे कर लेती थी कि अगली बार जब हम मनाली जाएंगे तो ये वाला Top पहनूंगी l हम कभी आसमान में तारे जितनी बातें करते थे l कुछ भी मिस नहीं होता था हमारे बीच हम वाकिफ हो गए थे एक दूसरे की आदतों से l आपकी Life में बहुत लोग आते है पर वो होता है ना एक person जिसके प्रेजेंस से आपको लगता है अब बेहतर सांस आ रही है ये ही मेरा ऑक्सीजन है l same वही ...

वफ़ा.☺️

 मुझे आज भी याद है वो हमारी पहली मुलाकात, वो भी एक शाम थी, जब उस ने मेरा हाथ पकड़ा और मेरी आँखों में आँखें डालकर, पूरे भरोसे के साथ कहा "तुम्हारे हाथ बेहद गरम हैं, और यह वफ़ा निभाने वालों की निशानी है"। मैं बहुत ख़ुश था। इतना ख़ुश कि सब कुछ भूल गया, मैं दुनिया भूल गया ज़माना भूल गया, किस्सा, कहानी और फसाना भूल गया मैं ग़म भूल गया मैं अक्स भूल गया मैं दौर को भूलते हुए हर शख्स को भूल गया और और यह भी भूल गया कि उस शाम तुम्हारे हाथ कितने सर्द थे।☺️